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देहरादून : बागेश्वर की जीत से पीएम नरेन्द्र मोदी का सीएम पुष्कर सिंह धामी पर बढ़ता विश्वास । जब उत्तराखण्ड 2022 के विधानसभा चुनाव में जिन 70 सत्तर सीटों में से आप की जमानत बची थी तो उनमें से एक सीट थी बागेश्वर ओर वह प्रत्याशी बसन्त कुमार थे जिन्होंने लगभग 16100 मत प्राप्त करे वही कांग्रेस प्रत्यासी लगभग 20100 ओर दोनों के मिलाकर लगभग 36000 वोट होते हैं जबकि 2022 में स्वर्गीय चंदस दस जी को 32000 लगभग वोट मिले थे जो महागठबंधन से 4000 कम थे जो अभी देश मे बने महागठबंधन के बाद बड़ी चुनोती थी और 4000 यह चाहिए थे और जीत के लिए भी वोट की आवश्यकता थी साथ ही उप चुनाव में लगभग आठ दस हजार वोट का कम होने का अंदेशा इन आदेशों ओर चुनोतियो को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने समय रहते भांप लिया चुनाव का रुख ओर अंतिम समय मे लग गए मिशन विजयी बागेश्वर में और पीएम नरेन्द्र मोदी के धर्मस्थलों में किये जा रहे विकास, उत्तराखण्ड के प्रति उनका प्रेम और विश्व मे भारत की बढ़ते सम्मान, पीएम नरेन्द्र मोदी विकास योजनाओं के प्रचार किया उसके सांथी ही अपने कार्यकाल के हित के लिए उत्तराखण्ड के हित में धर्मांतरण ओर नकल विरोधी कानून बनाने से हुए युवाओं के लाभ महिलाओं को दिये गए क्षेतिज आरक्षण जैसे निर्णयों सांथ ही प्रतिभावान विद्यार्थियों की हो रही लगातर भर्तियां जैसे कार्यों को लेकर दो दिनी प्रवास कर जमकर अपनी पार्टी के पक्ष में जनता से मतदान करने का निवेदन किया जिसका नतीजा महागठबंधन की मजबूत सीट को सीएम पुष्कर सिंह धामी की व्यूह रचना ने कठिन सीट को जीतकर पीएम नरेन्द्र मोदी और अपने नेतृत्व को साबित कर दिया जिससे पीएम नरेन्द्र मोदी का एक बार पुनः विश्वास जीतते हुए उत्तराखण्ड में गुजरात मध्यप्रदेश की तर्ज पर यह साबित कर दिया कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने जो विश्वास उन्हें एक स्थायी मुख्यमंत्री बनाकर किया है उसमें वह सटीक बैठते जा रहे है और जो पार्टी के भीतर उन्हें जो नेता मानने में संकोच करते थे या कहे अपनी बयान बाजी से पार्टी की सरकार पर सवाल उठाने का प्रयास करते थे उनके बहु मुह पर ताला लगेगा ।