15
- राजस्व के लिए जनमानस के साथ धोखाधड़ी की नही दी जा सकती है छूट – डीएम
- राज्य का प्रथम डेडिकेटेड कम्प्यूटर कियोस्क की शुरूआत जनपद देहरादून से, जिलाधिकारी की एक और अभिनव प्रयास।
- अधिकतम भूमि धोखाधड़ी का मुख्य कारण जनमानस को रजिस्ट्री लैण्ड रिकार्ड की पूर्वतः जानकारी न होना – डीएम
- पूर्ण किया जाए जन सूचना गैप, भूमि क्रय विक्रय से पूर्व हो खतौनी, दाखिला चैक, आईडी जांच – डीएम
- आईशोलेशन में आपरेट करने की कार्यप्रणाली छोडे़ स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के अधिकारी – डीएम
- रजिस्ट्री आफिस के समीप बनेगा राज्य का प्रथम डेडिकेटेट क्म्प्यूटर कियोस्क, जिस पर सामान्य नागरिक ई-रजिस्ट्रेशन वेबसाईट से ले पाएंगे भूमि सम्बन्धी जानकारी
- डेडिकेटेट क्म्प्यूटर कियोस्क के माध्यम से टूटेगा बिचौलियों/दलालों की चैन।
- जनमानस में जागरूकता लाने हेतु रजिस्ट्री से पूर्व किन-किन बिन्दुओं पर ध्यान रखना है, इसके लिए कार्यालयों पर लगाए जाएं फ्लैक्स।
- डीएम ने रजिस्ट्रार कार्यालय की लचर कार्यप्रणाली पर लगाई फटकार, एडीएम को एक सप्ताह के भीतर पूरी तैयारी के साथ बैठक कराने के दिए निर्देश।
देहरादून : जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार में स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन विभाग की समीक्षा बैठक लेते हुए एआईजी स्टाम्प एंव सब रजिस्ट्रार सहित राजस्व विभाग के अधिकारियों को भूमि फर्जीवाड़ा रोकने हेतु प्रभावी कार्य योजना बनाने तथा जनमानस को फर्जीवाड़े से बचाने के लिए जागरूक करने हेतु व्यवस्था बनाने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए। राज्य का प्रथम डेडिकेटेड कम्प्यूटर कियोस्क की शुरूआत जनपद देहरादून से जिलाधिकारी एक और अभिनव प्रयास।
डीएम ने की तीखी टिप्पणी राजस्व के लिए जनमानस के साथ धोखाधड़ी की नही दी जा सकती है छूट, आईशोलेशन में आपरेट करने की कार्यप्रणाली छोडे़ स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के अधिकारी, रजिस्ट्री आफिस के समीप बनेगा राज्य का प्रथम डेडिकेटेट क्म्प्यूटर कियोस्क, जिस पर सामान्य नागरिक ई-रजिस्ट्रेशन वेबसाईट से ले पाएंगे भूमि सम्बन्धी जानकारी डेडिकेटेट क्म्प्यूटर कियोस्क के माध्यम से टूटेगा बिचौलियों/दलालों की चैन। जनमानस में जागरूकता लाने हेतु रजिस्ट्री से पूर्व किन-किन बिन्दुओं पर ध्यान रखना है, इसके लिए कार्यालयों पर लगाए जाएं फ्लैक्स। रजिस्ट्रार कार्यालय की लचर कार्यप्रणाली पर लगाई फटकार, एडीएम को एक सप्ताह के भीतर पूरी तैयारी के साथ बैठक कराने के दिए निर्देश। डीएम ने कहा अधिकतम भूमि धोखाधड़ी का मुख्य कारण जनमानस को रजिस्ट्री लैण्ड रिकार्ड की पू जानकारी न होना है, इसका गैप पूर्ण किया जाए पूर्ण जन सूचना गैप, भूमि क्रय विक्रय से पूर्व हो खतौनी, दाखिला चैक, आईडी की हो जांच।
जिलाधिकारी ने लेख पत्रों के क्रय विक्रय की रजिस्ट्री के दौरान जांच किये जाने वाले तथ्यों की जानकारी मांगने तथा तथ्यों का स्त्रोत पूछा जिस पर सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा ठीक प्रकार से जानकारी न दिये जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए पूर्ण तथ्यों के साथ बैठक में प्रतिभाग करने के निर्देश दिए। सस्पैक्टेड प्रकरण की जानकारी तथा स्टाम्प परीक्षण के तरीका पूछने पर अधिकारी नही दे पाए संतोषजनक जवाब जिस पर जिलाधिकारी ने बैठक में आधी-अधूरी तैयारी से आने पर एआईजी स्टाम्प को फटकार लगाते हुए भविष्य में पूर्ण तैयारी के साथ बैठक में आने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि केवल राजस्व बढाना ही नहीं बल्कि जनमानस को धोखाधड़ी से बचाना भी है विभाग की जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देश दिए जो चैक लिस्ट बनाई गई है उसके स्त्रोत की जानकारी लेकर आएं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनमानस को जागरूक करने हेतु कलेक्ट्रेट में विभिन्न स्थानों पर जागरूकता स्लोगन वाले फ्लैक्सी लगाए जाएं जिससे जनमानस भूमि क्रय विक्रय करने से पूर्व जानकारी प्राप्त कर सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि जनमानस को लैण्ड फ्राड से बचाने के लिए सिस्टम विकसित किया जाए जिससे लोगों की गाड़ी कमाई फर्जीवाड़े का शिकार होकर बर्बाद न हो। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, एआईजी स्टाम्प, सब रजिस्ट्रार सहित सम्बन्धित अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे।