नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डीयूएसयू) 2025-26 चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव समेत तीन प्रमुख पदों पर कब्जा जमाया है, जबकि नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) को उपाध्यक्ष पद मिला। वोटिंग 18 सितंबर को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई, जिसमें 1.53 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से करीब 39.36% ने हिस्सा लिया। मतगणना नॉर्थ कैंपस के यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स स्टेडियम में 8 बजे शुरू हुई और 17-20 राउंड के बाद नतीजे आए।
एबीवीपी की साफ-सुथरी जीत
एबीवीपी के आर्यन मान ने अध्यक्ष पद पर जोसलिन नंदिता चौधरी (एनएसयूआई) को 16,000 से अधिक वोटों से हराया। इसी तरह, सचिव पद पर कुणाल चौधरी और संयुक्त सचिव पर दीपिका झा ने भी बढ़त बनाए रखी। एनएसयूआई के राहुल झांसला ने उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के गोविंद तंवर को कड़ी टक्कर दी। वामपंथी गठबंधन (आइसा-एसएफआइ) के उम्मीदवारों को निराशाजनक प्रदर्शन करना पड़ा।
नीचे दिए गए वोटरों की तालिका में पदवार अंतिम नतीजे दिए गए हैं:
पद | एबीवीपी उम्मीदवार | वोट | एनएसयूआई उम्मीदवार | वोट | आइसा-एसएफआइ उम्मीदवार | वोट | कुल वोट |
---|---|---|---|---|---|---|---|
अध्यक्ष | आर्यन मान | 28,841 | जोसलिन नंदिता चौधरी | 12,645 | अंजलि | -5,385 | 59,882 |
उपाध्यक्ष | गोविंद तंवर | 20,547 | राहुल झांसला | 29,339 | सोहन | -4,163 | 59,869 |
सचिव | कुणाल चौधरी | 23,779 | कबीर | 16,117 | अभिनंदना | 228 | 59,863 |
संयुक्त सचिव | दीपिका झा | 21,825 | लवकुश भड़ाना | 17,380 | अभिषेक | 8,425 | 69,919 |
विजेताओं की प्रोफाइल
- अध्यक्ष: आर्यन मान (एबीवीपी): हरियाणा के बहादुरगढ़ निवासी आर्यन हंसराज कॉलेज से स्नातक हैं और वर्तमान में लाइब्रेरी साइंस में एमए कर रहे हैं। फुटबॉल खिलाड़ी होने के साथ-साथ उन्होंने फीस वृद्धि विरोध और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई। आर्यन ने कहा, “यह जीत छात्रों की आवाज की जीत है। हम कैंपस में मुफ्त वाई-फाई और मेट्रो पास की मांग को आगे बढ़ाएंगे।”
- उपाध्यक्ष: राहुल झांसला (एनएसयूआई): 24 वर्षीय राहुल बौद्ध अध्ययन में एमए कर रहे हैं। पूर्वांचल और राजस्थान के छात्रों का मजबूत समर्थन प्राप्त उन्हें खेल सुविधाओं, स्वच्छ छात्रावास, पीने के पानी और महिला विकास प्रकोष्ठ की मांग करने वाले मुद्दों पर फोकस रहता है। उन्होंने कहा, “हमारी लड़ाई जारी रहेगी, छात्र हित सर्वोपरि हैं।”
- सचिव: कुणाल चौधरी (एबीवीपी): दिल्ली के मूल निवासी कुणाल ने पीजीडीएवी कॉलेज से स्नातक किया और 2023 में वहां अध्यक्ष बने। बौद्ध अध्ययन में एमए कर रहे कुणाल ने कॉलेज इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए संघर्ष किया। उन्होंने स्टूडेंट एक्टिविज्म के जरिए छात्र मुद्दों को उठाया।
- संयुक्त सचिव: दीपिका झा (एबीवीपी): बिहार की दीपिका लक्ष्मीबाई कॉलेज से स्नातक हैं और बौद्ध अध्ययन विभाग की छात्रा। एबीवीपी के ‘स्टूडेंट्स फॉर सेवा’ प्रोजेक्ट में सक्रिय, उन्होंने ‘बस्ती की पाठशाला’ और ‘ऋतुमति अभियान’ जैसे कार्यक्रमों से सामाजिक बदलाव में योगदान दिया।