गोपेश्वर (चमोली)। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अधिक से अधिक भागीदारी कर जातिवाद, क्षेत्रवाद, इलाकावाद को छोड़कर योग्य प्रत्याशी को चुनने के लिए उत्तराखंड महिला परिषद अल्मोड़ा तथा नवज्योति महिला कल्याण संस्थान गोपेश्वर की ओर से जाकरूकता अभियान शुरू किया गया है।
आगामी 24 और 28 जुलाई को पंचायत प्रतिनिधियों के लिए होने वाले मतदान में मतदाताओं की अधिक से अधिक भागीदारी हो इसके लिए उत्तराखंड महिला परिषद तथा नवज्योति महिला कल्याण संस्थान की ओर से जागरूकता अभियान आरंभ किया गया है। इसके तहत गांवों में गोष्ठियों आयोजित की जा रही है। सोमवार को जिला मुख्यालय गोपेश्वर में आयोजित गोष्ठी में बोलते हुए संस्था के सचिव महानंद बिष्ट ने कहा कि मतदाताओं को गांव के विकास के लिये स्पष्ट सोच रखने वाले प्रत्याशी को आगे लाना होगा। मतदाताओं को जातिवादी, क्षेत्रवाद से उपर उठकर योग्य प्रत्याशी के पक्ष में खड़ा होना होगा। उन्होंने कहा कि इसमें महिला संगठनों को अधिक पैरवी करने की जरूरत है। कार्यक्रम समन्वयक पायल बिष्ट ने कहा कि अपने निजी स्वार्थों को छोड़ते हुए जल, जंगल, जमीन और पहाड़ से पलायन रोकने की दिशा में सोच रखने वाले की पैरवी करने की मौजूदादौर में ज्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के प्रलोभनों से बचते हुए लोकतंत्र की मजबूती से लिए कार्य करना सबका दायित्व है।
खल्ला की मंडल की साक्षी बिष्ट ने कहा कि जो भी पंचायत चुनाव में जिस भी पद का प्रत्याशी चुनाव मैदान में हो उससे प्रश्न अवश्य किए जाने चाहिए, इससे गांव के विकास के लिए उसकी सोच का पता लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार का प्रलोभन गांव के विकास में बाधा और भविष्य को अंधकारमय बना सकता है। इस मौके पर खल्ला की ममंद अध्यक्ष प्रियंका देवी, सुंदरी देवी, पूनम रावत, संजू बिष्ट, स्मिता बिष्ट, ज्योति पंवार, अनुष्का बर्त्वाल, काजल बिष्ट, कविता देवी, रेखा बिष्ट आदि ने अपने विचार रखे।