देहरादून। स्वामी राम हिमालयन हॉस्पिटल जॉली ग्रांट में नीति आयोग के सदस्य डॉ वी. के. पॉल ने उत्तर भारत की पहली एआरवीआर लैब का उद्घाटन किया, इस अवसर पर स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी के कुलपति विजय धस्माना भी उपस्थित थे। डॉ. पॉल ने कहा कि लाइम लैब का उद्घाटन चिकित्सा शिक्षा में एक ऐतिहासिक छलांग है और हमें खुशी है कि स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सतत अनुसंधान एवं खोज को प्राथमिकता पर रख कर कार्य कर रही है, जिससे निश्चित ही आने वाले समय में चिकित्सा क्षेत्र में मानव विकास कार्यक्रम को सहायता मिलेगी।
एसआरएचयू ने उत्तर भारत की पहली एआर-वीआर लैब – इमर्सिव मेडिकल एजुकेशन लैबोरेटरी (लाइम) के शुभारंभ के साथ चिकित्सा शिक्षा में एक नया अध्याय जोड़ा है। वर्चुअल रियलिटी (वीआर), ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) और सिमुलेशन तकनीकों पर आधारित इस अत्याधुनिक उत्कृष्टता केंद्र का उद्देश्य मेडिकल छात्रों, डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को व्यावहारिक इमर्सिव प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह नैदानिक कौशल को मजबूत करता है, निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है और रोगी सुरक्षा को बढ़ाता है।