गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के नंदानगर ब्लॉक मुख्यालय समेत धुर्मा में अतिवृष्टि के कारण मलवे में समा जाने से दस लोग लापता हो गए। इस आपदा में निजी परिसंपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। आपदा प्रभावित इलाके में राहत व बचाव कार्य को युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी तथा पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार मौके पर मौजूद रह कर रेस्क्यू आपरेशन का संचालन कर रहे हैं। इस आपदा के बाद थराली विधायक भूपाल राम टम्टा भी मौके पर पहुंचकर प्रभावितों का ढाढस बंधाते रहे।
गुरूवार तड़के तीन बजे नंदानगर ब्लॉक मुख्यालय पर आपदा का कहर टूट पड़ा। बादल फटने के कारण नगर पंचायत नंदानगर (घाट) के कुंतरी लगा फाली में अतिवृष्टि के कारण कई मकान आपदा की भेंट चढ़ गए। इस दुर्घटना में मकानों मलवे की जद में आने के कारण एक ही परिवार के चार लोगों समेत कुल आठ लोग मलवे की भेंट चढ़ गए। इसी तरह सरपाणी में भी आपदा का कहर इस तरह टूट पड़ा की यहां भी कुछ मकाने आपदा की भेंट चढ़ गई। इस आपदा में तीन लोग मलवे में दब गए थे। रेस्क्यू आपरेशन के चलते तीनों को सुरक्षित बचा लिया गया है। नंदानगर ब्लॉक के ही धुर्मा गांव पर भी आपदा का कहर टूट पड़ा। भारी बारिश के कारण कुछ मकान मलवे की चपेट में आने के कारण क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना में भी दो लोग मलवे में चपेट में आने से लापता हो गए।
चमोली जिला प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कुंतरी लगा फाली में कुंवर सिंह (42), कांता देवी (38), विकास व विशाल (10), नरेंद्र सिंह (40), जगदंबा प्रसाद (70), भागा देवी (65) तथा देवेश्वरी देवी (65) मलवे की चपेट में आने के कारण लापता चल रहे है। इसी तरह धुर्मा गांव में गुमान सिंह (75) तथा ममता देवी (38) भी आपदा की जद में आने के कारण लापता चल रहे है।
आपदा का कहर बरपने के कारण प्रभावित क्षेत्र के लोग दहशत में आ घिर गए है। लापता लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन चल रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ की टीमे और स्थानीय लोग रेस्क्यू आपरेशन में जुटे हुए है। मेडिकल टीम भी मौके पर पहुंची है। कई घायलों को सुरक्षित निकालकर अस्पताल में भर्ती किया गया। गंभीर जख्मी लोगों को हायर सेंटर एअर लिफ्ट कर दिया गया है।