G20 बैठक में विभिन्न देशों के 53 प्रतिनिधियों ने पर्यटन कार्य समूह की बैठक में हिस्सा लिया
श्रीनगर/कश्मीर : जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में आयोजित तीसरे G20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक बुधवार को संपन्न हो गई। अंतिम दिन प्रतिनिधियों ने विश्व प्रसिद्ध डल झील के तट पर स्थित होटल ललित के लॉन में सुबह-सुबह मनमोहक दृश्यों के बीच योग का अभ्यास किया। उसके बाद विदेशी मेहमानों ने शहर के विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। इस बीच विदेशी प्रतिनिधियों और भारत के G20 शेरपा अमिताभ कांत ने रॉयल स्प्रिंग्स गोल्फ कोर्स में गोल्फ का भी आनंद लिया।
भ्रमण के दौरान प्रतिनिधियों ने ऐतिहासिक मुगल गार्डन और डल झील के तट पर 12 सीढ़ीदार सुंदर निशात गार्डन का दौरा किया। इस दौरान विदेशी प्रतिनिधियों ने कश्मीरी ड्रेस पहन फोटो खिंचवाते भी नजर आए। इसके अलावा, आने वाले प्रतिनिधियों ने डल झील में शिकारा की सवारी का भी आनंद लिया। बाद में प्रतिनिधियों ने श्रीनगर स्थित सिटी सेंटर भी गए जहां वे कश्मीर हाट, आर्ट्स एम्पोरियम, पोलो व्यू हाई स्ट्रीट मार्केट और स्पोर्ट्स ग्राउंड का दौरा किया। इन यात्राओं के दौरान प्रतिनिधियों को कश्मीरी हस्तशिल्प का लाइव प्रदर्शन भी दिखाया गया। श्रीनगर के मेयर जुनैद मट्टू ने दोपहर के भोजन के लिए शेर कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में प्रतिनिधियों की मेजबानी की, जहां प्रतिनिधि उनके साथ बातचीत भी की।
इससे पहले बैठक के दूसरे दिन प्रतिनिधियों ने स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सुंदर सांस्कृतिक प्रदर्शनों का अनुभव किया। पर्यटन कार्य समूह की बैठक को लेकर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि कश्मीर अब हड़तालों और पत्थरबाजों की भूमि नहीं है, जो घाटी में सामान्य स्थिति की ओर इशारा करता है। पाकिस्तान की आलोचना करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन सीमा पार आतंकवाद को कुचलने में कामयाब रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश एक नए युग का गवाह बन रहा है जिसने विकास, शांति और विकास की असीम संभावनाएं खोली हैं। उन्होंने कहा कि G20 देशों के पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक के आयोजन से पता चलता है कि जम्मू-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की मेजबानी कर सकता है। उन्होंने कहा, हम किसी भी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी करने में सक्षम हैं। इससे पहले G20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक में हिस्सा लेने आए विभिन्न देशों के 53 प्रतिनिधियों का सोमवार को श्रीनगर हवाईअड्डे पर गर्मजोशी से पारंपरिक स्वागत किया गया। यह बैठक 22 मई से शुरू हुई थी। 2019 में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद राज्य में ये पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय आयोजन था।